रिपोर्ट:-गोपाल जी कश्यप.
नए साल की शुरुआत पर ही देशभर के बस और ट्रक वाहनों के चालकों के हड़ताल से बढ़ते सर्द के मौसम मे आम जनजीवन के माथे पर पसीना ला दिया।वहीं बिहार के भागलपुर और बांका बस स्टैंड सहित हंसडीहा ,देवघर, बांका, गोड्डा ,भागलपुर, देवघर, मुंगेर, खगड़िया, पूर्णिया , रांची, कोलकाता आदि जाने वाली तमाम छोटी बड़ी गाड़ियों के बंद रहने से तमाम सड़के सूनी दिखी जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई।
अग्रिम बुकिंग की गई दूर दराज जाने वाले यात्रियों का भी टिकट रद्द कर दिया गया । नव वर्ष के पहले दिन की इस स्थिति से पर्यटक स्थल पर जाने वाले सैलानियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नए कानून के विरोध में चालकों और ओनरों ने किया है सड़क जाम। बस एसोसिएशन , ट्रक एसोसिएशन के आहृवाहन पर तीन दिनों का यह हड़ताल किया गया है , जिसे संघ के आदेश पर अनिश्चित कालीन के लिए बढ़ाया भी जा सकता है!
इन सड़क परिवहन परिचालन के बंद होने से ट्रेनों पर अतिरिक्त यात्रियों का बोझ बढ़ गया है! कई स्थानीय चालकों और एसोसिएट के अध्यक्ष ने बताया कि भारत सरकार का नया परिवहन एक्ट चालक और आँनर के हित में नहीं है ,खासकर सड़क दुर्घटना के बाद जुर्माना की राशि का अधिक बोझ देने में चालक सक्षम नहीं है, इसलिए इस नए हिट एंड रन कानून का हम लोग विरोध करते हैं । भारत सरकार की इस तुगलकी फरमान का विरोध करते हुए ट्रक चालक और ओनरों ने इसे सरकार को वापस लेने की मांग रखी है।