यह तस्वीर बांका जिला अन्तर्गत बौंसी प्रखंड के जलमीनार का है. जो कि पिछले एक वर्षों से इसका निर्माण हो रहा है. और अब तक इसका निर्माण नहीं हो पाया है. बताते चलें की नगर पंचायत बौंसी में पानी की समस्या बहुत दिनों से है. जिस उद्देश्य से यह टंकी बनाया गया था ताकि शहर वासी को यह शुद्ध पानी मिल सके मगर दुर्भाग्य है. कि अब तक शहर वासी को पानी का लाभ लेने के लिए वंचित रहना पड़ रहा है.
प्रत्येक घर में ₹20 डिब्बे में प्रत्येक दिन कम से कम पांच डब्बा पानी प्रत्येक घर में लिया जाता है. और हर एक दुकान में ₹10 डिब्बे के दर से सभी दुकानदार पानी को खरीद कर इस्तेमाल करते हैं. और किसी तरह पानी का इंतजाम करके अपना जीवन यापन करते हैं. इससे भी दुखद बात क्या हो सकती है कि जिस शहर का मंत्री लघु एवं जल संसाधन मंत्री हो अगर उनके शहर का यह हाल है तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि और लोगों के साथ कैसा होता होगा.
एक अनुमान के मुताबिक प्रतिदिन लगभग बाजार वासियो के द्वारा ₹5000 पानी खरीदने में दिया जा रहा है मगर अब तक किसी भी जनप्रतिनिधि द्वारा इन समस्याओं पर विचार नहीं किया गया हैं. अगर किसी ने ध्यान दिया भी है तो अब तक शहर वासी को जल का लाभ नहीं मिल पा रहा है. यह बहुत ही दुखद हैं नगर पंचायत बनने के बावजूद अगर नगर पंचायत में पानी का समस्या हो तो फिर लोग क्या करेंगे.
और कर भी क्या सकते हैं मजबूरन पानी खरीद कर लेना उनकी आदत हो गई है. बाजार के व्यवसायी चंद्रशेखर पूर्वी के द्वारा बताया गया कि पिछले दो वर्षों से करोड़₹ से अधिक रुपए का टांकी निर्माण का राशि आया हुआ है. मगर अब तक ना तो टंकी का निर्माण पूरा हो पाया है. और ना ही शहर वासी को जल मिल पा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि हमारे घर में प्रत्येक दिन ₹80 का पानी खरीदा जाता है तो फिर हम और हमारा परिवार पानी से अपना जीवन गुजर बसर करते हैं.