रजोन प्रखंड क्षेत्र के प्रोन्नत मध्य विद्यालय आनंदपुर में बुधवार को मध्यान्ह भोजन की खिचड़ी में मरी हुई छिपकली मिलने की खबर प्रकाश में आने से हड़कंप मच गया है। मध्यान भोजन की खिचड़ी खाने वाले करीब एक सौ बच्चों को किसी अनहोनी की आशंका को लेकर विद्यालय प्रबंधन व ग्रामीणों की मदद से आनन-फानन में रजौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज हेतु भर्ती कराया गया है, यहां बच्चों का इलाज चल रहा है, हालांकि मध्यान भोजन खाने वाले छात्र-छात्राओं की स्थिति खतरे से बाहर है। बुधवार को मीनू के अनुसार विद्यालय में खिचड़ी और चोखा अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के बीच परोसा गया था। इस दौरान एक छात्र की थाली में मरी हुई छिपकली मिलने की बात सामने आई। छिपकली मिलने की अफवाह फैलते ही बच्चे खाना छोड़ कर इधर-उधर भागने लगे। बताया जा रहा है कि लगभग एक सौ से भी ज्यादा बच्चे खिचड़ी खा चुके थे। यह बात कुछ ही देर में गांव में भी फैल गई। इसके बाद बच्चों के अभिभावक भी भारी संख्या में विद्यालय पहुंच गए और हंगामा शुरू हो गया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक उमेश कुमार साह, रसोईया पावो देवी, सोनी देवी, सरीता देवी के विरुद्ध ग्रामीण आग उगलने लगे। इसके बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रजौन थाना पुलिस को भी विद्यालय पहुंचना पड़ा। इसके बाद एंबुलेंस से धीरे-धीरे खिचड़ी खाने वाले सभी नामांकित बच्चों को रजौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। यहां स्वास्थ्य केंद्र में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया।
जिलाधिकारी ने बीडीओ व प्रधानाध्यापक से बात कर घटना की ली पूरी जानकारी— इस घटना की जानकारी बांका के डीएम को मिलते ही उन्होंने भी विद्यालय के प्रधानाध्यापक के अलावे बीडीओ राजकुमार पंडित से बातचीत कर स्थिति की पूरी जानकारी ली। इधर डीएम के निर्देश पर डीपीओ पीएमपीवाई मणिकांत गुप्ता, पीओ राजकुमार राजू, बीईओ कुमार पंकज, राजकुमार पंडित, सीओ मोहम्मद मोइनुद्दीन रजौन अस्पताल पहुंचकर स्थिति की पूरी जानकारी ली। आनंदपुर के ग्रामीणों ने विद्यालय के प्रबंधन पर भी कई सवाल उठाए हैं, हालांकि सभी बच्चे खतरे से बाहर है, किसी में फूड प्वाइजनिंग की शिकायत नहीं मिली है, लेकिन कुछ बच्चे पेट दर्द व उल्टी होने जैसी सिस्टम बता रहे थे। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किसी बच्चे में फूड प्वाइजनिंग की शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि छिपकली मिलने की खबर के बाद खिचड़ी खाने वाले बच्चे डरे सहमें जरूर हैं। छिपकली मिलने की अफवाह का जिला प्रशासन ने भी किया खंडन—रजौन प्रखंड के तुरंत मध्य विद्यालय आनंदपुर में मध्यान भोजन के दौरान बच्चे की थाली से छिपकली निकलने की बात का जिला प्रशासन ने भी पूरी तरह खंडन किया है। भोजन बच्चों को खिलाने से पहले प्रधानाध्यापक और रसोईया द्वारा सर्वप्रथम खाया जाता है। बुधवार को भी मध्यान भोजन पहले प्रधानाध्यापक व रसोईया ने खाया था, सभी स्वस्थ हैं। कूल 159 बच्चों में से 92 बच्चों ने भोजन किया था। भोजन ग्रहण करने के 3 घंटा होने के बाद भी उनमें किसी प्रकार का फूड प्वाइजनिंग का लक्षण नहीं है। बीडीओ द्वारा भोजन का जांच कराया गया है, खाने में कोई भी छिपकली या कोई अन्य विषाक्त पदार्थ नहीं पाया गया। इसी क्रम में बीडीओ ने खाना बनाने वाले रसोईया से बात की, उनके द्वारा बताया गया कि खाने में लहसुन छौंका जाता है, लहसुन के दाने को देखकर छिपकली होने की आशंका हुई।