रिपोर्ट:-गोपाल जी कश्यप.
रजौन बाजार में NH 133E फोरलेन सड़क निर्माण को लेकर भागलपुर हंसडीहा मुख्य सड़क मार्ग के पश्चिम की ओर पर्याप्त पीडब्ल्यूडी और बिहार सरकार की जमीन होने के बावजूद भी पूर्वी छोर की ओर निज जमीन और पक्के की मकान को अधिग्रहण करने का मामला तूल पकड़ रहा है ,
रजौन बाजार के पूर्वी छोड़ के लोग एकत्रित हो कहा बिना किसी सूचना व विश्वास में लिए हवाई सर्वे के तहत पूर्वी छोर के लोगों की निजी भूमि भू अर्जन के लिए चिन्हित कर दी गई है ,जिसमें लगभग 100 पक्के के मकान टूटना सुनिश्चित कर दिया गया है!
ऐसी स्थिति में राष्ट्रीय उच्च पथ भागलपुर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता बृजनंदन एवं एसडीओ सुधीर कुमार ने रजौन मुख्य बाजार पहुंचकर सफियाचक मौजा से लेकर रजौन व किफायतपुर मौजा तक सड़क के दोनों किनारो का जायजा लिया जिसमें उनके साथ पूर्वी छोरवासी चल रहे थे जिन्होंने अपनी समस्याओं को उनके साथ साझा किया!
ध्यान पूर्वक उनकी समस्याओं को सुनने और रजौन प्रतिनिधि मंडल के द्वारा नक्शा दिखाकर पूर्वी छोड़ की सारी बातों से अवगत कराया, इसमें देवनंदन श्रीवास्तव, वासुकी नाथ सिंह ,सतनारायण सिंह, सिकंदर यादव ,सूरज नारायण यादव ,महादेव तिवारी ,संजीव कुमार सिंह उर्फ मंगल सिंह, प्रकाश कुमार शाह, अरविंद कुमार सिंह , सहित सैकड़ो पूर्वी छोड़ के पीड़ित परिवार के लोग मौजूद थे.
बताते चलें कि रजौन प्रतिनिधिमंडल के लोगों ने 15 सितंबर दिन शुक्रवार को बांका समाहरणालय पहुंचकर जिला पदाधिकारी बांका अंशुल कुमार से भेंट कर आपबीती सुनाते हुए न्याय की गुहार भी लगाई है! रजौन बाजार में एक ही बात चर्चा के विषय में बनी हुई है,
कि आखिर किस षड्यंत्र के तहत रजौन, सफियाचक, किफायतपुर मौजा के पूर्वी छोर पर घनी आबादी में बसे रहने वालों व उनके घरों को NH 133E के निर्माण को लेकर नक्शे पर अधिग्रहण करते हुए सीधे ,बिना किसी सूचना के अधिसूचना जारी कर दिया गया जो सरासर गलत है , क्योंकि सरकार की जमीन पश्चिमी ओर पर्याप्त मात्रा में मौजूद है ,ऐसी स्थिति में अगर हम लोगों की बात को नहीं मानी जाती है, तो सड़क पर उतारना मजबूरी हो जाएगा और हाई कोर्ट में रिट याचिका दायर कर अपनी जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाएंगे!