रिपोर्ट:-गोपाल जी कश्यप.
NH 133E फोरलेन सड़क निर्माण को लेकर रजौन के बाद अब पुंसिया में भी बढ़ रहा लोगों का आक्रोश! धीरे-धीरे इस गलत गजट व सर्वे रिपोर्ट पर लामबध हो रही जनता! अगर इस आधार पर सड़क निर्माण होता है ,तो रजौन बाजार सहित फुंसियां बाजार के करीब 400 परिवार बेघर हो जाएंगे! जब से गलत सर्वे रिपोर्ट व गैजेट की बात लोगों ने सुनी है ,रातों की नींद व दिन का चैन हराम हो गया है !
कई घरों के लोग बीमार पड़ रहे हैं !सड़क मार्ग के पूर्वी तरफ अपनी निजी जमीन पर मकान व दुकान बनाकर रह रहे बाजार वासियों ने एक स्वर में कहा है ,कि सड़क सीधा करने के नाम पर सरकारी जमीन पर बसे लोगों को बचाते हुए पूर्वी तरफ के निजी जमीन पर बसे लोगों को एक राजनीतिक षड्यंत्र के तहत बेदखल किया जा रहा है !
इस तरह से बेघर होने वाले लोग दाने-दाने को मोहताज हो जाएंगे! ऐसे लोगों ने स्पष्ट रूप से कहा है ,”हम जान दे देना कबूल करेंगे लेकिन जमीन नहीं “सड़क मार्ग के पश्चिम दिशा में पर्याप्त बिहार सरकार की और पीडब्ल्यूडी की जमीन रहने के बाद भी निजी जमीन अधिग्रहण का कोई औचित्य नहीं रह जाता है
अगर सरकार ऐसा करती है तो सरकार की सरकारी राजस्व की भी भारी क्षति होगी। NH133E फोर लेन के लिए सड़क मार्ग के पूर्वी तरफ का निजी व खतयानी जमीन अधिग्रहण करने की कार्यवाही सरासर नाइंसाफी है ।ऐसे में भविष्य में जनआक्रोश का भयावह रूप पनपेगा, जिसे संभालना काफी मुश्किल होगी !