निज संवाददाता बौंसी.
वर्षा होने से किसानों के चेहरे पर आई खुशी.. बताते चलें की प्रखंड क्षेत्र में धान की पैदावार बहुत ही अधिक मात्रा में होती है और किस इसी के सहारे अपना साल भर का जीवन यापन करते हैं अब तक इस बार बारिश में किसानों को अच्छा साथ दिया है जिस कारण सभी किसान अपनी रोकने कार्य पूर्ण कर दिए परंतु कुछ अभी बाकी भी है लगातार कुछ दिनों से बारिश नहीं होने की वजह से किसानों के चेहरे में उदासी छा गई थी. और खेत में धान की हरियाली भी फीकी पड़ गई थी. किसानों मे एक निराशा का माहौल बन गया था परंतु आज इंद्र देवता प्रसन्न हुए और किसानों के बातों को सुने और और लगभग 10 घंटे हुए बारिश में किसानों के काफी लाभदायक साबित हुआ जिससे किसान काफी खुशहाल दिख रहे हैं और इस बार अच्छी फसल होने की बात कर रहे हैं
बताते चलें की ग्रामीण क्षेत्र होने के मध्य यहां की मुख्यतः फसल धान मक्का गेहूं, ही है और अगर किसानों को धान की खेती अच्छी तरीके से हो जाती है तो किसान अपने साल भर का जीवन यापन उस धान से कर लेते हैं साथ ही साथ महिलाओं को भी बहुत लाभ होता है क्योंकि बहुत सारी महिलाएं धान रोकने का कार्य करती है जिसे प्रत्येक दिन ₹300 दिया जाता है कुछ महिलाएं धान में जो खरपतवार हो जाता है उसे उखाड़ने का काम करते हैं उसमें उन्हें डेढ़ सौ से ₹200 मिल जाता है
इस तरह से सभी लोग कुछ ना कुछ इनकम कर लेते हैं और सामान खुशहाल देता है आज हुई बारिश से यह उम्मीद लगाए जा सकता है कि अबकी वार धान की खेती अच्छी होगी अगर इंद्र देवता इस तरह के किसान पर मेहरबान रहे तो कुछ किसानों से बातचीत के माध्यम से यह पता लगाने का प्रयास किया गया या पानी किसानों के लिए कितने फायदेमंद है किसानों में जगदीश यादव जगदीश यादव अनिरुद्ध यादव केदार यादव किशन सिंह सभी किसानों से बातचीत करने से पता चला कि अभी धान में अब कियारी आ चुका है और इस समय धान में पानी की बहुत ज्यादा आवश्यकता होती है जिस वजह से इस समय में पानी बहुत जरूरी हो जाता है और यह पानी धान के लिए अमृत का काम कर रहा है