शिक्षा विभाग के अलग-अलग आदेश से बिहार में शिक्षकों की टेंशन बढ़ गई है. बुधवार (13 दिसंबर) को शिक्षा विभाग की ओर से एक आदेश जारी करते हुए कहा गया है कि अब सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को व्हाट्सएप के जरिए छुट्टी नहीं मिलेगी.व्हाट्सएप पर भेजा गया छुट्टी के लिए आवेदन मान्य नहीं होगा. जिन शिक्षकों को छुट्टी का आवेदन देना होगा उन्हें स्कूल आना होगा. ऐसे में अब अगर आप व्हाट्सएप पर छुट्टी का आवेदन भेज रहे हैं तो ये गलती मत करें.
शिक्षा विभाग ने अपने पत्र में लिखा है कि, “अनुपस्थित शिक्षक द्वारा प्रायः whatsapp पर ही अवकाश का आवेदन भेजा जाता है. यह स्वीकार्य नहीं है. उन्हें अपना अवकाश का आवेदन भौतिक रूप से विद्यालय पहुंचाना चाहिए, ताकि निरीक्षी पदाधिकारी यह देख सकें कि आवेदन किस तारीख को दिया गया है और किस तारीख को स्वीकृत/अग्रसारित हुआ है. अतः सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को सूचित किया जाए कि किसी भी शिक्षक/अन्य कर्मी/पदाधिकारी का आवेदन whatsapp पर नहीं लिया करें.
वहीं दूसरी ओर सरकारी विद्यालयों में निरीक्षण के लिए समय जारी किया गया है. कहा गया कि जहां निरीक्षण पहली पाली में हो वहां सुबह 09 से 12 के बीच में ही इस कार्य को करें. वहीं वैसे विद्यालय जहां निरीक्षण दूसरी पाली में हो रहा है तो वहां इसे 02 से 05 बजे के बीच में करें.
शिक्षा विभाग की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि विद्यालय के निरीक्षण के रोस्टर को रैंडम रखना होगा. इसे यथासंभव गोपनीय रखना होगा, ताकि कोई शिक्षक यह अनुमान नहीं लगा सके कि उनके विद्यालय का निरीक्षण कब और किस समय होने वाला है. साथ ही अब निरीक्षण रोस्टर मासिक न बनाकर साप्ताहिक रूप से बनाया जाए.