रिपोर्ट:-विपुल कुमार मिश्रा.
सफाई कर्मी ने लगाया पिछले 9 माह से वेतन न मिलने का आरोप सफाई कर्मियों में प्रीतम दास सज्जाद अंसारी कदीर अंसारी मोहम्मद शाहजहां अंसारी मोहम्मद उमर अंसारी ललिता देवी अलीना खातून अब्दुल अंसारी मोहम्मद आका अंसारी बालू दास टुनटुन मंडल अशरफ अंसारी फैसल अंसारी मोहित अंसारी शाहिद सभी सफाई कर्मी ने लगाया पिछले 9 माह से बताते चलें कि पिछले 2 साल से पंचायत में सफाई कर्मी के द्वारा हर पंचायत में हर वार्ड स्तर पर सफाई कर्मी की बहाली की गई है और उनको ₹100 प्रतिदिन दिया जाता है मगर इसका कुछ अलग ही उदाहरण बौसी प्रखंड के डहुआ पंचायत के सफाई कर्मियों के साथ नजर आता है
पिछले 9 माह से पंचायत के सफाई कर्मियों को एक भी रुपए का आवंटन नहीं हुआ है जिस वजह से सफाई कर्मी के परिवार में भुखमरी की स्थिति आ गई है और इसमें ना तो पंचायत के जनप्रतिनिधि कोई ध्यान दे रहे हैं और ना ही इस विभाग के जो स्वास्थ्य पर्यवेक्षक प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित पंचायत प्रतिनिधि किसी ने भी उनकी समस्या को ध्यान नहीं देते हैं और इनको इस हाल में लाकर खड़ा कर दिए हैं
आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अगर एक सफाई कर्मी को समय पर उनका वेतन न दिया जाए तो आखिर उनके घर कैसे चलेगा इन लोगों के द्वारा कई बार अपने सुपरवाइजर के बाद गुहार लगाई गई मगर किन्ही के द्वारा कोई सुनवाई नहीं हुई है जिससे सरकार के ₹1 प्रत्येक दिन गांव रहे कचरा विहीन नारा का स्लोगन भी कहीं ना कहीं अधूरा नजर आता है सुपरवाइजर के द्वारा बातचीत में बताया गया कि डोंगल में पैसा नहीं रहने की वजह से अब तक आवंटन नहीं किया गया है अब यह सरकारी स्थिति बयां करती है क्या सरकार को एक सफाई कर्मी के देने के लिए डोंगल में 9 महीने से पैसा नहीं है यह विश्वास करने योग्य बातें नहीं है
इससे यह प्रतीत होता है कि इसमें कहीं ना कहीं प्रखंड कार्यालय से लेकर पंचायत स्तर तक घर भ्रष्टाचार व्याप्त है जिस वजह से इन लोगों का वेतन अब तक इन लोगों को नहीं मिल पाया है सफाई कर्मियों ने यह भी बताया कि जब अपने पंचायत के मुखिया जी के पास सभी समस्याओं को लेकर गए तो उनको उन्होंने कहा कि मैं आपको 5 महीने का वेतन दिलाऊंगा थोड़ा इंतजार करें मगर इंतजार करते-करते 5 माह बीत गया वह भी समय पर नहीं हो सका है अब तक वह भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिए हैं