रिपोर्ट:-गोपाल जी कश्यप.
बाँका का नवनिर्माण करना ही मेरा लक्ष्य : जवाहर
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बाँका लोकसभा के प्रत्याशी अपना नामांकन करवाना शुरू कर चुके हैं। मंगलवार को नामांकन करवाने वालो में एक बड़ा नाम निर्दलीय प्रत्याशी जवाहर कुमार झा का रहा।
श्री झा के नामांकन कार्यक्रम की रैली में जहाँ हज़ारों की संख्या में समर्थक दिखें वही श्री झा स्वयं ट्रैक्टर में सवार अपना नामांकन पर्चा दाखिल करने पहुँचे।
अपने समर्थकों के बीच श्री झा ने नामांकन पश्चात सभा स्थल से पूरे बाँका लोकसभा के लिए विकास के नए कृतिमान गढ़ने की बात कही। कहा कि बाँका का नवनिर्माण करना ही मेरा लक्ष्य है।
श्री झा ने अपने नामांकन कार्यक्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, अंबेडकर जी एवं जननायक कर्पूरी ठाकुर के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
नामांकन सभा में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जनता इस बार पार्टियों को यह संदेश जरूर देगी की अगर अच्छा जनप्रतिनिधि नही देंगे तो वो उन्हें वोट नही देगी। बाँका के जन जन ने परिवर्तन का संकल्प ले लिया है। उन्होंने बाँका वासियों से साथ समर्थन की अपील किया।
श्री झा ने अपने नामांकन कार्यक्रम में पहुंचे बाँका लोकसभा वासियों के कोने कोने से आए लोगों का आभार प्रकट किया। साथ ही कहा कि यह जनसैलाब देखकर अभिभूत हूँ। हम मिलकर बाँका में बदलाव की गाथा लिखने वाले हैं
। “जवाहर झा जिंदाबाद” और “बाँका का सांसद कैसा हो जवाहर झा जैसा हो” के नारों से चंदन टॉकीज का मैदान गुंजायमान हो गया। एक नए नवेले राजनीतिज्ञ के लिए उमड़ी ये जनसमर्थन बाँका के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना दिया है। लोगों का उनके तरफ स्वाभाविक झुकाव बाँका के प्रबुद्ध जनता के लिए एक बहस का विषय बना हुआ है।नामांकन रैली में श्री झा के साथ समर्थकों में संजीव सिंह, आचार्य गौरव धीरेंद्र शास्त्री ,जेठू पासवान अरविंद पांडे, प्रियदर्शी ठाकुर, जगरथ शह पवन झा, सुशांत सिंह राजपूत, ललन सिंह, सुमन कुमार सिंह (प्रमुख शंभूगंज) ददन सिंह, बदरी यादव, किशोर सिंह, संकेत झा अमर झा , सुगंध कुमार झा, मोहम्मद मेहराब, सलीम शेख,इंद्रजीत सिंह, मोहम्मद आसिफ खान, पम्पि कुशवाहा दिलीप झा, सरुन मंडल, अनुज यादव, जोगी रविदास, अशोक कुमार, पपु कुमार पिंटू ठाकुर, सत्यम झा, मनीष यादव , राघवेंद्र सिंह, डॉक्टर अब्बास, निरंजन ठाकुर, काशीनाथ चौधरी, रूपेश कुमार, जितेंद्र पासवान, धनंजय सहित हज़ारों की संख्या में आम लोग शामिल रहे।