रिपोर्ट:-गोपाल जी कश्यप.
बिहार विशेष सर्वेक्षण हेतु आहूत एक बैठक रजौन मुख्यालय में शुक्रवार के दिन निर्धारित की गई थी,जिसमें भूमि सर्वेक्षण से संबंधित नियम की जानकारी लोगों तक पहुंचाना मुख्य उद्देश्य था। ससमय रैयतों की भीड़ वहां बैठक में अपनी उपस्थिति देने के लिए मौजूद हो चुकी थी,लेकिन यह बैठक बिना किसी ठोस निर्यात्मक जानकारी के हंगामे के बीच स्थगित कर दी गई ।
बात की शुरुआत यूं हुई की रजौन पंचायत की मुखिया रंजना देवी पंचायत भवन इस बैठक में शामिल होने नहीं पहुंची, लेकिन उनका खास अंदाज और दबदबा यह था की मुखिया का हस्ताक्षर पूर्व से ही कार्यवाही पंजी में मौजूद था।साथ ही साथ रेयतौ के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं थी।
पंचायत मुख्यालय भवन के चारों तरफ गंदगी फैली हुई थी।जबकि इस आलोक में बैठक पूर्व से ही निर्धारित थी।बैठक में बिहार सर्वेक्षण कार्य के सहायक अमीन राजकुमार मौजूद थे।उन्होंने कहा कि रजौन राजस्व मौजा में पिछले 24 अगस्त को ही बैठक होना तय था,लेकिन अमीन के नौकरी से इस्तीफा देने की वजह से इस बैठक को शुक्रवार के दिन तय की गई,लेकिन इस बैठक में प्रतिनियुक्ति अमीन आज भी नहीं पहुंचे।बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त अधिनियम(संशोधित अधिनियम 2017)के तहत सर्वे का कार्य को रैयतौ द्वारा महज एक खाना पूर्ति करना कहा गया।जैसे ही सहायक अमीन राजकुमार ने उपस्थित रयतौ से हस्ताक्षर करने का कार्य शुरू किया,बैठक में उपस्थित लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया,मौके की नजाकत को देखते हुए बैठक को तत्काल स्थगित कर दिया गया।