पिछले 48 घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी रजौन पुलिस के हाथ खाली! हत्यारों का कोई सुराग नहीं!पीड़ित परिजन इस आशा में है कि कब आएगा पुलिस के गिरफ्त में हत्यारा, कब मिलेगी हत्यारों को सजा? ज्ञात हो कि रजौन बाजार निवासी पूर्व प्रधानाध्यापक अमरेंद्र कुमार सिंह के इकलौते व्यवसाई पुत्र आदित्य राज उर्फ भानु कुमार सिंह की हत्या को 48 घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद पुलिस की सक्रियता पर लोगों का विश्वास डगमगाने लगा है! रजौन पुलिस इस मामले में रजौन थाना अंतर्गत भूसिया ग्राम निवासी शुभम कुमार की गिरफ्तारी कर पूछताछ करी है, लेकिनअन्य नामजद अभियुक्त रजौन थाना क्षेत्रके मकरमडीह निवासी राजीव यादव भूसिया ग्राम निवासी बीनू कुमारऔर भागलपुर लोदीपुर थाना क्षेत्रके मोहम्मद मेहताब को अभी तक हिरासत में नहीं ले पाई है! मृतक के पिता सहित भानु समर्थकों और आक्रोशित जनता द्वारा रजौन में मुख्य सड़क मार्ग जाम करने के क्रम में रजौन थाने में लिखित प्राथमिकी अमरेंद्र कुमार सिंह के बयान पर दर्ज कराई गई थी! मृतक का अंतिम संस्कार भागलपुर बरारी घाट पर उनके चचेरे भाई के द्वारा मुखाग्नि के साथ संपन्न हो गई! गमगीन इकलौते पुत्र को खोने के बाद परिजनों को यह बात समझ से परे लग रही है कि आखिर गोली लगने के उपरांत रजौन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाने के वक्त रजौन पुलिस ने उसका फर्द बयान लेना क्यों मुनासिब नहीं समझा? वही इस हत्याकांड में गंभीर आरोप के शिकार थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह को भी बनाया जा रहा है और इस घटना से दोनों पहलुओं को जोड़कर देखा जा रहा है! वहीं मृतक के माता-पिता सहित परिजनों ने अपनी अंतिम इच्छा जताते हुए हत्यारों को सजा होते देखना चाहती है ,यही मेरे पुत्र की सच्ची श्रद्धांजलि होगी ! अब भविष्य के गर्त में पुलिस की निष्पक्षता की जांच से पर्दा उठना बाकी हैऔर भानू के परिजनों को हत्या के स्पष्ट कारणों और हत्यारों को सजा दिलाने की अंतिम इच्छा!