रिपोर्ट:-गोपाल जी कश्यप.
नवरात्रि के आठवें दिन महाष्टमी या दुर्गा अष्टमी मनाई जाती है। यह दिन मां दुर्गा की आठवीं शक्ति मां महागौरी को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि देवी दुर्गा अष्टमी तिथि पर ही असुरों का संहार करने के लिए प्रकट हुई थीं। इसके अलावा इस दिन कन्या पूजन भी किया जाता है।ऐसी मान्यता है कि नवरात्रि में कन्या पूजन करने से मां दुर्गा बहुत प्रसन्न होती है। साथ ही अपने भक्तों को सुख समृद्धि का आशीर्वाद देती है। इसलिए नवरात्रि में अष्टमी और नवमी किसी भी एक दिन कन्या पूजन जरूर करना चाहिए। आप चाहें तो दोनों दिन भी कन्या पूजन कर सकते हैं।
नवरात्रि की महा अष्टमी के दिन मां दुर्गा की आठवीं शक्ति देवी महागौरी की पूजा में श्वेत वस्त्र धारण करें. घर की छत पर लाल रंग की ध्वजा लगाएं. देवी महागौरी को चंदन, रोली, मौली, कुमकुम, अक्षत, मोगरे का फूल अर्पित करें. देवी के सिद्ध मंत्र श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम: का जाप करें. अष्टमी तिथि 21 अक्टूबर को रात 09 बजकर 53 मिनट पर प्रारंभ होगी और 22 अक्टूबर को रात 07 बजकर 58 मिनट तक रहेगी।