रिपोर्ट:-निज संवाददाता बौंसी.
बौसी प्रखंड के सड़ामोह दुर्गा मंदिर यहां सात पूजा से लेकर 10 पूजा तक चंडी पाठ किया जाता है यह मंदिर का पौराणिक इतिहास बहुत पुराना रहा है बताते चलें कि यह मंदिर में वैष्णव पद्धति से ही पूजा अर्चना भक्तों के द्वारा की जाती है सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है. श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होने पर श्रद्धालु अपने इच्छा अनुसार मंदिर के विकास में लगाते हैं-
इस मेले की खासियत यह है कि यह प्रखंड के सबसे अंतिम समय में त्रयोदशी तिथि के दिन मूर्ति का विसर्जन किया जाता है जिन वजह से ग्रामीण क्षेत्र से अधिक श्रद्धालु जुटते हैं और मेले को भव्य तरीके से सजाया जाता है और श्रद्धालुओं के द्वारा मेले का आनंद लिया जाता है, बताते चलें कि मंदिर के पंडित श्री प्रकाश मिश्रा, यजमान कपिल देव सिंह मंदिर के भक्त श्रीमती सिया देवी मंदिर कमेटी के अनेक प्रसाद सिंह, दिलीप यादव, नेपाली सिंह, कमेटी के सभी सदस्य एवं श्रद्धालुओं में भक्तिमय माहौल बना हुआ है-
बताते चलें कि मंदिर प्रांगण मे शिव जी का मंदिर पार्वती जी का भी मंदिर है जिस वजह से श्रद्धालुओं को यह जगह बहुत पसंद आता है और लोग बहुत दूर से मिले को देखने आते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद भी मेले में देखने को मिलता है किसी और मंदिर तो किसी और शिव मंदिर किसी और बगीचा तो किसी और पर्वत दिखाई देता है यही इस मेले की खासियत है जो आज पिछले 50-60 वर्षों से इस मेले का आयोजन आयोजन समिति के द्वारा किया जा रहा है प्रखंड वासियों को यह मंदिर जाने के लिए बौसी से दुमका रोड पकड़ना होगा श्याम बाजार के दाएं सड़क मुड़कर श्रद्धालु मंदिर तक पहुंच सकते हैं कमेटी के द्वारा बताया गया कि हर वर्ष के तरह इस वर्ष भी संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा