रिपोर्ट:-निज संवाददाता बौंसी.
बताते चलें की डहुआ पंचायत के पंचायत समिति फंड से ईटा सोलिंग एवं पीसीसी का कार्य कराया जा रहा है जिसमें काफी व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार देखा जा सकता है मसाले की क्वालिटी को आप देखकर अंदाज लगा सकते हैं कि सड़क कितना अच्छा बन रहा है और इससे भी दुखद है कि यह सड़क पिछले 5 दिनों से बन रही है मगर अब तक एक भी अधिकारी या जन प्रतिनिधि इस और ध्यान नहीं दिए हैं और एक भी सिलापट नहीं लगा है-
ताकि गांव वासी जान सके कि यह कितने रुपए का स्कीम है और किनके द्वारा बनाया जा रहा है और इसके रखरखाव कितने दिन तक है ग्रामीणों से पूछताछ के माध्यम से पता चला कि इसमें एक नंबर चिमनी ईट देने का प्रावधान है मगर इसमें तीन नंबर के क्वालिटी का ईट लगाया जा रहा है वही 6 इंच ढलाई के नाम पर सिर्फ साइड में ढलाई कर दिया जा रहा है बाकी बीच में जो भी जगह है उसमें बालू भरकर ऊपर से ढलाई कराया जा रहा है-
वह भी सरकारी नियम को ताख पर रखकर गांव वासी का कहना था कि अगर यह सड़क बन ही रहा है तो फिर एस्टीमेट अब तक क्यों नहीं लगा है और काम में भी काफी लापरवाही क्यों बर्ती जा रही है इसी को लेकर गांव वासी काफी आक्रोशित है गांव वालों ने यह भी आरोप लगाया है कि इसमें उच्च अधिकारी भी मिले हुए हैं जिस कारण से अब तक सूचना देने के बावजूद भी कोई जांच के लिए नहीं आए हैं-
ग्रामीणों में अब्बास अंसारी, जहबी अंसारी, जयेंद्र सिंह, रफीक अंसारी, वार्ड सदस्य सरस्वती देवी, पंच सदस्य सरस्वती देवी, कपिल सिंह सहित हजारों की संख्या में महिला एवं पुरुषों ने इस कार्य का विरोध किया और इसे यथाशीघ्र जांच करने की मांग उच्च अधिकारी से की है एक आवेदन लिखित रूप से प्रखंड विकास पदाधिकारी को भी दिया गया है इस कार्य में हो रहे लूट को रोकने के लिए सभी गांव वासी एक स्वर में कह रहे अगर काम हो रहा है तो अच्छा हो अन्यथा ना हो और उसमें भी हम लोगों से सच्चाई क्यों छुपाया जा रहा है आखिर शीला पट्ट और एस्टीमेट अब तक क्यों नहीं टांगा गया है इससे क्या जाहिर होता है इसमें कहीं ना कहीं व्यापक भ्रष्टाचार फैला हुआ है