रिपोर्ट:-गोपाल जी कश्यप.
रजौन थाना क्षेत्र के शिकानपुर गांव निवासी रामदेव यादव द्वारा रजौन थाने में 2 जनवरी को अपने 13 वर्षीय पुत्र दिलखुश कुमार के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करवाई थी जिसमें उन्होंने चार ग्रामीणों को नामजद किया था ।बताते चलें कि रजौन पुलिस के द्वारा अनुसंधान काफी तेजी से किया जा रहा था किंतु अगले ही दिन नयाडीह गांव के पास एक पोखर से दिलखुश कुमार का शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई
अब यह मामला अपहरण कांड से हत्या के केस में तब्दील हो गया केश की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कप्तान बांका डॉक्टर सत्य प्रकाश ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बांका विपिन बिहारी के नेतृत्व में एक टीम गठित करवाई जिसमें रजौन थाना अध्यक्ष . मनोज कुमार सिंह के साथ अन्य को शामिल किया गठित पुलिस टीम ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए जल्द ही अपराधियों तक पहुंच कर इस केस का खुलासा किया उन्होंने बतलाया मृतक अपने दो मित्रों के साथ जिसका नाम आर्यन कुमार और प्रीतम कुमार है मोबाइल पर फ्री फायर का गेम खेलता था आर्यन कुमार को खेलने के लिए मोबाइल नहीं था
जिसके लिए उसने दिलखुश कुमार से ₹10000 उधार लिए थे दिलखुश कुमार पैसा वापस मांग रहा था इस लेनदेन के मामले ने इन दोनों के बीच आक्रोश को उत्पन्न किया और आर्यन कुमार और गौतम कुमार ने मिलकर दिलखुश कुमार को 1 जनवरी की रात करीब 8:00 बजे घर से बुलाकर खेत की तरफ ले गया और वहां इन दोनों ने मिलकर गले में गमछी लगाकर इसकी हत्या कर दी ।दोनों अभियुक्त की निशानदेही पर हत्या में प्रयोग में लाये गए गमछे और कैंची को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है ।