रिपोर्ट:-गोपाल जी कश्यप.
इस समय पूरा बांका जिला प्रचंड गर्मी और लू के थपेड़ों को झेल रहा है।इसी भीषण और उमस भरी गर्मी ने जीविका कर्मी 28 वर्षीय सचिन पाठक को भी अपना शिकार बना लिया।सचिन पाठक मूल रूप से बेगूसराय जिले के नाव कोठी प्रखंड के पसराहा गांव का रहने वाले बताया जा रहा हैं और वर्तमान में जीविका ऐईएम के पद पर बांका में कार्यरत थे।
बताते चलें कि अपने ड्यूटी के दौरान ही कल उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी तो उन्होंने अपने साथी को इसकी जानकारी देने के उपरांत बांका सदर अस्पताल में अपना उपचार करवा कर कुछ दवाइयां ली और अनुराग गेस्ट हाउस के अपने कमरे में पहुंच गए,जहां उन्होंने आराम करने की बात कही।लेकिन रात्रि के समय उनके पास किसी का ना होना और तबीयत ज्यादा बिगड़ने की वजह से उनकी मौत हो गई।
सुबह उनके दोस्तों द्वारा जब उठाने के लिए दरवाजा खटखटाया गया तो कोई प्रतिउत्तर न मिलने पर विशाल कुमार ने कुछ लोगों के साथ दरवाजे की लॉक तोड़कर अंदर दाखिल हुए तो उन्होंने सचिन पाठक को अपने बेड पर मृत पाया और रात का खाना पास के टेबल पर पड़ा हुआ पाया।
बांका टाउन थाना पुलिस प्रशासन को इसकी जानकारी मिलते ही एस आई निर्मल कुमार पुलिस दलबल के साथ पहुंचकर उक्त कमरे की सघन जांच पड़ताल किया और लाश का पंचनामा तैयार किया।इस बीच मृतक युवक के परिजन वहां पहुंच गए जिनमें उनके पिता विनय पाठक सहित अन्य सगे संबंधी भी थे, जिन्होंने सचिन पाठक के शब का पोस्टमार्टम न करने का अनुरोध किया और शब को लेकर बेगूसराय के लिए रवाना हो गए।