रिपोर्ट :-गोपाल जी कश्यप.
भागलपुर हंसडीहा एसएच को फोरलेन133ई में तब्दील करने की सरकार द्वारा प्रक्रिया को अब जमीनी स्तर पर फाइनल टच दे दिया गया है।जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया को फाइनल टच मिलते ही और भूमि अधिग्रहण किए जाने की सूचना जारी होते ही रजौन बाजार वासियो के तकरीबन 74 घरों के टूटने की सूचना के बाद बाजार के लोगो के रातों की नींद और दिन का चैन खत्म हो गया है।
वहीं सरकार द्वारा भागलपुर हंसडीहा सड़क मार्ग के किनारे पर बसे लोगों द्वारा आपत्ति दर्ज किए जाने की समस्या पर बिना किसी ठोस निर्णय के निराकरण करने की बात का हवाला देते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा भू अर्जन संबंधित फाइनल सूची जारी कर देने की बात स्थानीय लोगों के सोच से पड़े हैं।
जिसके तहत फोरलेन नेशनल हाईवे 133 निर्माण में चिन्हित 74 भू स्वामियों की 0.351 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण करना तय किया गया है। इसी बात में रजौन बाजार वासियो के अंदर खलबली मचा दी है।अब इस फोरलेन निर्माण को लेकर अपने-अपने आसियाने को टूटने की खबर से बाजार के रैयतों ने आंदोलन करने का मन बना लिया है।
इसके तहत आयोजित एक बैठक में लिए गए निर्णय द्वारा विरोध में एक दिन रजौन बाजार बंद करने की सूचना सोमवार के दिन मायकिंग द्वारा करवा कर अवगत कराया गया और मंगलवार के दिन विरोध में पूरा बाजार बंद करने की बात कही गई। धीरे-धीरे यह प्रकरण अब बाजार बंद से शुरू होकर और भी विकराल रूप धारण करेगा ताकि यह संदेश स्थानीय सरकार सहित केंद्र सरकार तक पहुंचे कि यहां की जनता आपका निर्णय से असंतुष्ट और नाराज है, हमें उचित न्याय और समुचित व्यवस्था चाहिए। बाजार वासियो की स्पष्ट मांग है कि रजौन बाजार को बचाते हुए ओवर ब्रिज या फिर बाईपास का निर्माण हो,जिससे हम लोगों द्वारा बनाए और बसाए गए खून पसीने के आशियाने को टूटने से बचाया जा सके।