इनके हाथों सम्मानित हुई डॉ सुमन सोनी, इसकार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यूज़ पेज 3 वर्ल्ड वाइड पेपर के फाउंडर डॉक्टर परमिंदर सिंह(अमेरिका), वीआईपी गेस्ट डॉक्टर सिराजुद्दीन ( कंबोडिया), अध्यात्मिक अतिथि प्रोफेसर डॉक्टर सौरभ पांडे ( उत्तर प्रदेश ) ,निरोजा ग्रीन इंडिया परिवार फाउंडेशन के सीओ डॉ नीरज गुप्ताजी | पर्यावरण सुरक्षित हो इसके लिए निरोजा ग्रीन इंडिया परिवार फाउंडेशन द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रम किए जा रहे हैँ | इसी कड़ी में निरोजा ग्रीन इंडिया परिवार फाउंडेशन के द्वारा पुरानी दिल्ली के ऑक्सफोर्ड कान्वेंट स्कूल में 3rd इंटरनेशनल एनवायरमेंट सम्मिट एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया | कार्यक्रम में आए हुए भारत के अनेक राज्यों के 21 पर्यावरणविद एवं समाजसेवियों को गेस्ट ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया |भारत के टॉप 50 डॉक्टर अवार्ड, भारत के टॉप 50 डेंटिस्ट, एवं नेशनल प्राइड अवार्ड 2023 से भारत के हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, चेन्नई, नोएडा, हैदराबाद, अहमदाबाद के साथ अन्य कई राज्यों के समाजसेवी पर्यावरणविद को सम्मान से सम्मानित किया गया | निरोजा ग्रीन इंडिया परिवार फाउंडेशन के सीओ डॉ नीरज गुप्ता ने कहा कि पर्यावरण हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है पर्यावरण के साथ-साथ हमें सिंगल यूज़ प्लास्टिक का बहिष्कार करना होगा इस कड़ी में सरकार और आम जनता मिलकर काम करेंगे तो पर्यावरण और जल्दी शुद्ध होगा | जहां पर्यावरण पेड़ पौधे होते हैं वहां भगवान का वास भी होता है |
आध्यात्मिक अतिथि प्रोफेसर डॉक्टर सौरभ पांडे ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए हम सब आज और अभी प्रण ले कि हम जहां भी रहे हैं और अपने घर में प्रत्येक परिवार के सदस्य एक एक पौधा अपने घर में लगाएं | और अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी पौधा लगाने के लिए साथ में अपने जीवन में सिंगल यूज प्लास्टिक का बहिष्कार करने को लेकर प्रेरित करें |
मुख्य अतिथि डॉक्टर परमिंदर सिंह (अमेरिका) ने कहा कि पर्यावरण हमारा संस्कार है और हम अपने संस्कार को भूलते जा रहे हैं । हम आप सभी से अनुरोध करते हैं कि कम से कम सिंगल यूज प्लास्टिक का हम सभी बहिष्कार करते हुए इस धरती को बचाएं |
वही गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में सादर आमंत्रित बिहार भागलपुर की बहुमुखी प्रतिभा की धनी,अनेक राष्टीय व अंतरराष्ट्रीय अवार्ड से नवाजी जा चुकी डॉ सुमन सोनी प्रदेश उपाध्यक्ष BPPMSS ,समाजसेवी,सह कवियत्री ने कहा पर्यावरण हमारी संस्कृति है। ये हमारे पुर्वजों की धरोहर है,जिसे हमें सहेजना चाहिए। पुर्वज अपने आने वाले पीढ़ी दर पीढ़ी के लिये फल,फूल का पेड़ बीघा के बीघा लगाते थे। जिससे परिवार के सारे सदस्य के साथ साथ समाज,गाँव के लोग भी खुश रहते थे। जिससे पर्यावरण भी शुद्ध ,स्वक्ष, मनोहारी रहता था, शुद्ध ऑक्सीजन मिलता रहता था। आज जरूरत है वैसे ही पूर्वजों की नीतियां अपनाने की तभी हमारी ये धरती हरीभरी नजर आएगी और हम सब स्वस्थ होंगे। तो आइए हम सब कसम लेते है कि अगर हम जरूरत पड़ने पे एक पेड़ काटते है तो बदले में 2 पेड़ जरूर लगा दे ताकि पर्यावरण का संतुलन बना रहे। डॉ सुमन कहती है कि वो अपने घर, आस पड़ोस व विद्यालय के प्रांगण में अपने और अपने सहयोगियों तथा बच्चो के हाथों पेड़ पौधा लगवाती है । जिससे समाज मे एक अच्छा संदेश जाए और लोग प्रेरित हो कम से कम 2 पौधे अपने हाथों से जरूर लगाएं। इन्होंने पर्यावरण पर अपनी स्वरचित कविता पाठ भी किया ,सदन में बैठे अंतराष्ट्रीय व राष्ट्रीय अतिथिगण तालियों की गरगराहट से स्वागत किया।
कार्यक्रम में डॉक्टर गोविंद त्रिपाठी (आरएसएस ), पर्यावरणविद विनायक कंसल, शिक्षाविद एहसान अहमद, हिंदू राजपूत, ग्रीन एंबेस्डर पीपल मैन रघुराज प्रताप सिंह, दिल्ली निदेशक डॉ बी.एल. यादव,राष्ट्रीय सचिव सीए घनश्याम दास अदानी, कैप्टन सुरेश सैनी, पर्यावरणविद पर्यावरणविद राकेश गुप्ता, पर्यावरणविद राकेश कुमार अग्रवाल, चेंबर ऑफ कॉमर्स चेयरमैन इंद्रजीत घोष, पर्यावरणविद डॉ सुनील कुमार बोकोलिया, सविता,साहित्यकार राजकुमारी के साथ अन्य कई पर्यावरणविद उपस्थित थे।