सदानन्द कुमार बांका जिला का चमकता एक ध्रुव सितारा जिसकी जीवन शैली खुद एक मशाल है.पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने को लेकर मिला सम्मान।

दृढ़ इच्छाशक्ति और बुलंद हौसले जो तुम साथ ले चलो तो मंजिलें खुद सर झुकाती है और कहती है आओ साथ चलें तुम्हारे इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों से नाम लिखवाने!
जी हां महज २४ साल की उम्र का लड़का जो गरीब और लाचार फिर भी इस लड़के का हौसला हिमालय सा ऊंचा और लक्ष्य अर्जुन द्वारा साधे मछली की आंख की तरह और कर्तव्य किसी निश्चल बहती गंगा नदी की तरह अडिग,अमिट और प्रवाहवेग।
जी हां अक्सर जिस उम्र और दौर से यह लड़का गुजरता हुआ अपने लक्ष्य को सीढी दर सीढी चल रहा है, अमूमन उस उम्र में लड़के के अंदर जवानी की उन्माद चंचलता, अल्हडता़ का रंग चढ़ा होता है लेकिन इससे इतर इस लड़के ने आज पूरे विश्व का ग्लोबल वार्मिंग की जद में आने की विकट समस्या को अपने स्तर से सुलझाने की कोशिश कर रहा है। पर्यावरण और जलवायु के असंतुलन को अपने स्तर से बचाने की जद्दोजहद में जुड़ा हुआ है साथ ही साथ अपने आप को शिक्षा के क्षेत्र में भी गरीब असहाय और निशक्त बच्चों के प्रति समर्पित करते हुए खुद की शिक्षा में वर्तमान समय स्नातकोत्तर की शिक्षा ग्रहण कर रहा है सलाम करता है प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की तरफ से ऐसे परिवार से आने वाले सदानंद कुमार पिता भरत प्रसाद दास गांव बांका जिला के पुंसिया बस्ती के जज्बे को जिसने अपनी जीवन के अमूल्य समय को बेकार और बेवजह बर्बाद ना कर ऐसे कार्यों में लगाया जहां से समाज गांव और देश का सर्वज्ञ विकास संभव होता है ।
१. आज से 5 वर्ष पूर्व हरित क्रांति से जुड़ कर सदानंद कुमार ने अपने ग्रामीण इलाके पुंसिया बस्ती सहित कैथा पोखर, बेंंगा में सैकड़ों पेड़ पौधे को लगाया, और हजारों लोगों को इसके लिए प्रेरित किया।
२. 2019 में राष्ट्रीय सेवा योजना एनएसएस से जुड़कर युवाओं की भागीदारी की तरफ ध्यान दिया पेड़ लगाने और निरीह पशु पक्षी को पानी देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया।
३. नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी श्री श्रवण कुमार सहगल के माध्यम से इन्हें जुड़ने का मौका मिला कोरोनाकाल मे इनहोंने खुद से मास्क तैयार कर सैकड़ों लोगों के बीच इस का वितरण किया और इससे होने वाली सुरक्षा की जानकारी लोगों को बताई।
४. नेहरू युवा केंद्र खेल मंत्रालय भारत सरकार में 3 वर्ष जुड़ने के उपरांत श्रेष्ठ भारत यूथ क्लब नामक अपनी स्वयं बने बैनर तले इन्होंने जन-जन को पर्यावरण और जलवायु के प्रति लोगों को जागरूक किया।
५ नमामि गंगे से जुड़कर नमामि गंगे परियोजना अधिकारी पीयूष बाजपेयी, जटाशंकर मिश्रा के सानिध्य में भागलपुर गंगा नदी के किनारे प्लास्टिक और पॉलिथीन से संबंधित गंदगीयों,कचड़ो को खुद से साफ किया और एक टीम बनाकर लोगों को इसके प्रति जागरूक किया।


६. 23 मई २०२३ तारीख को युवा उत्सव बांका के कार्यक्रम में वर्तमान जिला दंडाधिकारी(डीएम) अंशुल कुमार और वर्तमान सांसद प्रतिनिधि गिरधारी लाल यादव के साथ डायट कॉलेज में वृक्षारोपण के कार्य में अभूतपूर्व योगदान दिया इसके अलावा कई कॉलेज और यूनिवर्सिटी में इन्होंने वृक्षारोपण के कार्य करने में उत्साह पूर्वक योगदान दिया।
७. वर्तमान गर्मी छुट्टी में बांका के शिक्षा विभाग के पदाधिकारी अरविंद सर के सानिध्य में गरीब बच्चों के बीच निशुल्क शिक्षा कॉपी व किताब बांटने का भी इन्होंने बीड़ा उठाया है।

८. इनके अलावा प्रीति शेखर, एनके यादव वह डॉल्फिन अधिकारियों के साथ वह सहयोग से प्रोजेक्टर लगाकर लोगों को स्वच्छ गंगा व डॉल्फिन को बचाने के प्रति लोगों कोवीडियो विजुअल के द्वारा प्रेरित करते हैं।

९. 3 जून 20२३ तारीख को साइकिल दिवस के अवसर पर सेहत बनाओ साइकिल चलाओ, डीजल पेट्रोल की खपत कम करो ,पर्यावरण को सुरक्षित बनाओ! का स्लोगन देते हुए लोगों को जागरूक किया।

१०. नेहरू युवा केंद्र संगठन पटना बिहार एवं यूनिसेफ के सौजन्य से विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 2023 को चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट पटना में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें अच्छे कार्य के उपरांत वन एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री श्री तेज प्रताप यादव जी के हाथों से प्रशस्ति पत्र स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया!

नमामि गंगे परियोजना अधिकारी के द्वारा प्रमाण पत्र से सम्मानित करते हुए।

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